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वज़ू का तरीका हिंदी wazu karne ki dua wazu karne ki niyat,

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वजू की दुआ | wazu (waju) ki dua in Hini


बिस्मिल्लाहिल अजी़म वलहम्दु लिल्लाही अला दीनियल इस्लाम । 


wazu (waju) ki dua in English wuzu ki niyat in english


Bismillahil azim walhamdu lillahi ala deeniyal islam 

दूसरी रिवायत में ये भी पढा जाता है | and second Part riwayat read this dua waju (wazu )  

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बिस्मिल्लाही वलहम्दु लिल्लाही

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Bismillahi walhamdu lillahi

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wazu ke baad ki dua

और वजू़ के दौरान ये दुआ पढ़ना sunnat मसनून है 
Aour waju (wazu) ke beech me ye dua padhen

wazu ke darmiyan ki dua in hindi,


अल्लाहुम्मग फिरली ज़न्बी व वस्सिअ ली फी दारी व बारिक़ ली फी रिज़्की 

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Allahummag firli zanbi wa wassi li fi daari wa bariq li fi rizqi 

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वज़ू का शैतान

हज़रत अबी बिन कअब की रिवायत है कि वजू़ का भी शैतान होता है जिसे विल्हान कहा जाता है इस से बचो इस से बचो।( सुनन कुबरा सफा नम्बर 197 )
मतलब यह है कि वज़ू में खिलाफे शरअ उमूर का इरतिकाब कराने के लिए जो शैतान मुकर्रर है उस का नाम विल्हान है उस का काम यह है कि वो तीन मर्तबा अच्छी तरह से धोने के बाद भी वसवसा डालता है कि अभी पाक नहीं हुआ है जिस के नतीजे में दोबारा धोता रहता है ये शैतानी वसवसा है इससे बचना चाहिए। (शमाइले कुबरा जिल्द शशुम (6) सफा नम्बर 540)

wazu karne ka sunnat tarika

वजू करने का सही तरीका वजू के बाद की दुआ


नियत करने और बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ने के बाद मिसवाक को धोकर तीन बार ऊपर नीचे के दांतो में तीन नए पानी से इस्तेमाल की जाए।

फिर दोनों गट्ठों समेत हाथों पर मलें और उंगलियों का खिलाल करें फिर बायें हाँथ में लौटा वगैरह लेकर दाहिने हाथ पर उंगलियों की तरफ से शुरू कर के गट्टे तक तीन बार पानी बहाया जाये।


फिर बाएं हाथ पर उंगलियों की तरफ से शुरू कर के गट्टे तक तीन बार पानी बहाएं इसका ख्याल रहे कि उंगलियों की घाइयों में पानी बहने से ना रह जाए 


फिर तीन बार कुल्ली करें इस तरह की मुंह की तमाम जड़ों और दातों की सब खिड़कियों में पानी पहुंच जाए कि वजू में इस तरह कुल्ली करना सुन्नत ए मुअक्किदा है ।


और गुस्ल में फर्ज है अगर रोजादार ना हो तो हर कुल्ली गरगरा (गरारा ) के साथ करें फिर नाक में अगर रीठ लगी हो तो बाएं हाथ से साफ करके सांस की मदद से तीन बार नरम बांसों तक पानी चढ़ायें ताके कोई बाल धुलने से बाकी ना रहे।

फिर चेहरा पर अच्छी तरह पानी मलकर इस को तीन बार इस तरह धोयें की एक कान की लौ से दूसरे कान की लौ तक पानी के ऊपर कुछ सर के हिस्से से थोड़ी के नीचे तक हर हिस्सा पर पानी बह जाए अगर दाढी हो तो इस तरह खिलाल करें उंगलियों को गर्दन की तरह से दाखिल करें और सामने निकाले और उसके बाल और खाल पर भी पानी बहायें।


फिर दोनों हाथों पर पानी मलकर पहले दाहिने हाथ पर भी सिरे नाखून से शुरू करके निस्फ( आधा ) बाजू तक तीन मर्तबा पानी बहाएं कि सर का इस तरह करें कि दोनों हाथों के अंगूठे और कलिमें की उंगलियां छोड़कर बाकी तीन तीन उंगलियों के सिरे मिलाकर पेशानी के बाल उगने की जगह पर अगर बाल हो वरना इसको खाल पर रखें और सर के ऊपरी हिस्से पर गुद्दी तक इस तरह ले जाएं की हथेलियां सर से जुदा रहे।


 फिर वहां से हथेलियों से सर के दोनों कर्वटों का मसह करते हुए पेशानी तक वापस लाएं इसके बाद कलिमें की उंगलियों के पेट से कान की अंदरूनी हिस्सा का मसह करें और अंगूठे के पेट से कान की बैरुनी सतह का मसह करें और उन्हें उंगलियों की पुस्त से सिर्फ गर्दन का मसह करें।


फिर पानी से दोनों पांव मलें और इस तरह  खिलाल करें कि बाएं हाथ की छिंगलियाँ से दाहिने पांव की छुँगलियों से शुरू कर के अंगूठे पर खत्म करें और बाएं पांव में अंगूठे से शुरू करके छुँगलियों पर खत्म करें।


और दाहिने बाएं पांव पर उंगलियां की तरफ से आधी पिंडली तक हर बाल और हर हिस्सा ए खास पर तीन तीन बार पानी बहाएं।


वजू में कितने फर्ज है

wazu me kitne farz hote hai

 वजू के फराइज


(1) मुंह धोना पेशानी के बालों से ठुड्डी के नीचे तक और एक कान की लौ से दूसरे कान की लव तक ।


(2) दोनों हाथों को कोहनी में समेत होना ।


(3) चौथाई सर का मसा करना ।


(4) दोनों पांव टखनों समेत धोना ।


wazu ki sunnaten

वजू की सुन्नतें


(1) नियत करना ।


(2) बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ना ।


(3) मिस्वाक करना ।


(4) पहले दोनों हाथ गट्ठों तक धोना ।


(5) तीन बार कुंल्ली करना इस तरह की तमाम मुंह के अंदर हलक की जड़ तक पहुंच जाए ।


(6) तीन मर्तबा नाक की तमाम नर्म जगह में पानी पहुंचाना ।


(7) मुंह धोते वक्त दाढ़ी का खिलाल करना ।


(8) हाथ पांव की उंगलियों का खिलाल करना ।


(9)हर अज्व को तीन-तीन बार धोना ।


(10) एक बार पूरे सर का मसा करना ।


(11) दोनों कानों का मसा करना ।


(12) तरतीब से वजू करना ।


(13) आजा को पय दर पय धोना ।


(14) हर मकरू को छोड़ देना ।


(15) दाढ़ी को जो बाल मुंह के दायरे से नीचे उनका मसह करना ।

वजू के मकरूहात

wazu ke makruhat


(1) वजू के लिए नापाक जगह बैठना या नापाक जगह वजू का पानी गिराना ।


(2) आज ए वजू से लोटे वगैरा में पानी टपकना।


(3) मस्जिद के अंदर वजू करना।


(4) पानी में थूकना या नाक  सिनकना अगर चेह दरिया या हौज हो।


(5) किबला की तरफ थूँकना या कुंल्ली करना।


(6) बे जरूरत दुनिया की बातें करना।


(7) ज्यादा पानी खर्च खर्च करना।


(8)इतना कम पानी खर्च खर्च करना की सुन्नत अदा ना हो।


(9)चेहरे पर जोर से पानी मारना।


(10) एक हाथ से मुंह धोना कि  काफिरों का तरीका है।


(11) गले का मसा करना।


(12) बाएं हाथ से कुल्ली करना या नाक में पानी डालना।


(13) दाएं हाथ से नाक साफ करना।


(14)  तीन  नये पानीयों से तीन तीन बार सर का मसह करना।


(15) धूप के गर्म पानी से वजू करना कि वह बर्ह (सफेद दाग) पैदा करता ।


(16) होंठ या आंखें जोर से बंद कर लेना ।


(17) किसी सुन्नत को छोड़ देना ।


wazu ko todne wali cheezen

वजू को तोड़ने वाली चीजें 


(1) पाखाना ,पेशाब ,वदी,मनी ,कीड़ा पथरी जो मर्द या औरत के आगे या पीछे के मकाम से निकले ।


(2) मर्द या औरत के पीछे के मुकाम से हवा का निकलना ।


(3) खून या पीप या पीले पानी का बदन के किसी भी हिस्से से निकलना और बहना खाना या पानी या सफरा का मुंह भर के आना।


(4) इस तरह सो जाना कि दोनों सुरीन अपनी जगह अच्छी तरह से ना जमे हो।


(5) चित या पट या करवट पर लेट कर सो जाना।


(6) बेहोश जुनून गशी और इतना नशा की चलने में पांव लड़खड़ाए इससे भी वजू टूट जाता है।


(7) बालिग शख्स का रुकू वा सुजूद वाली नमाज में इतनी आवाज से हंसना की आस पास वाले सुन ले।


(8) दांतो से इस कदर खून निकलना कि इससे थूँका रंग सुर्ख हो गया अगला।


(9) दुखती हुई आंख से पानी बहना क्योंकि वह पानी (आंसू ) नापाक है इस तरह कान नाफ पिस्तान वगैरह में दाना या नासूर या कोई मर्ज हो उनकी वजह से जो पानी बहे इससे भी वजू टूट जाता है।
wazu ki niyat sunni

मसअला :-

औरत के आगे मकान से जो खालिस रतूबत निकलती है इससे वजू नहीं टूटता मगर यह रतूबत कपड़े में लग जाए तो कपड़ा पाक है।



मसअला :-

आंख में दाना था और फूट कर आंख के अंदर ही फैल गया बाहर नहीं निकला या कान के अंदर दाना टूटा और उसका पानी सुराग से बाहर नहीं निकलता तो इन सूरतों में वजू बाकी है।

मसअला :-

बलगम की कय से वजू नहीं टूटता चाहे जितनी भी हो।


मसअला :-

 मुबाशिरते फाहिशा  यानी मर्द अपने आलस को तुन्दी की हालत में औरत या मर्द की शर्मगाह से मिलाए या औरत बाहम मिलाएं बशर्ते कि दरमियान में कुछ हायिल ना हो इस से वजू टूट जाता है।

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वज़ू का मुख्तसर ब्यान


Question :- wazu me kitne farz hote hai वजू में कितने फर्ज होते हैं

Answer :- वज़ू में 4 फ़र्ज़ हैं

वुज़ू में चार फ़र्ज़ हैं, इनका ध्यान रखना बहुत ही ज़रूरी है अगर एक भी फ़र्ज़ रह गया या सही तरह से नहीं हुआ तो वुज़ू नहीं होगा और उसके बग़ैर नमाज़ भी नहीं हो सकती।


(1)  मुंह धोना,यानि पेशानी से थोड़ी तक,एक कान से दूसरे कान तक।


(2)  नाख़ून से कुहनी तक दोनों हाथ धोना।


(3)  चौथाई सर का मसह करना।


(4) गट्टो तक दोनों पैर धोना।


धोने का मतलब ये कि हर जगह कम से कम 2 बूंद पानी बह जाये,वरना वुज़ू न होगा


wazu ki sunnat | वुज़ू की सुन्नते


(1)   नियत करना।


(2)   बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़ना।


(3)   गट्टो तक हाथ धोना।


(4)   मिस्वाक करना।


(5)   कुल्ली करना।


(6)   नाक में पानी डालना।


(7)   नाक साफ़ करना।


(8)   दाढ़ी व उंगलियों का ख़िलाल करना।


(9)   हर उज़ू को  3 -3 बार धोना।


(10) पूरे सर का 1 बार मसह करना।


(11) तरतीब से वुज़ू करना।


(12) हर हिस्से को लगातार धोना।


(13) कानों का मसह करना।


(14) हर मकरूहात से बचना।

wazu ke makroohat

वुज़ू के मकरूहात


(1)  औरत के वुज़ू या गुस्ल के बचे हुए पानी से वुज़ू या गुस्ल करना।


(2) नजिस जगह बैठना।


(3)  मस्जिद के अन्दर वुज़ू का पानी टपकाना।


(4)  पानी के बरतन में आज़ाये वुज़ू का पानी टपकाना।


(5)  क़िब्ला की तरफ़ थूकना या नाक सिनकना।


(6)  बिला ज़रूरत दुनिया की बात करना।


(7)  ज़्यादा पानी खर्च करना।


(8)  इत्ना कम पानी खर्च करना कि सुन्नत भी अदा ना हो ।



(9)  एक हाथ से मुंह धोना।



(10)  गले का मसह करना।


(11)  बायें हाथ से कुल्ली करना और दायें हाथ से नाक साफ़ करना।


(12) धूप के गर्म पानी से वुज़ू करना।

wazu kin cheezon se toota in hindi

वुज़ू इन बातों से टूटता है

मर्द या औरत के पीछे से हवा निकलने से, जिसको 'रियाह' कहते हैं। 
ख़ून, पीप या पीला पानी कहीं से निकल कर बहने से। थूक के ज़्यादा और कम होने की पहचान यह है कि थूक का रंग अगर सुर्ख़ हो जाये तो ख़ून ज़्यादा समझा जाएगा और अगर पीला रहे तो कम। ग़फ़लत की नींद सो जाने से वुज़ू टूट जाता है।

(1)  पेशाब-पाखाना-मनी-मज़ी-कीड़ा या कुछ भी आगे या पीछे के मक़ाम से निकला या हवा ख़ारिज की ।

(2)  जो जगह गुस्ल मे धोना फ़र्ज़ है वहां से खून या पीप का बहना ।

(3)  दुखती आंख से पानी का बहना।

(4)  मुंह भरके उल्टी होना।

(5)  सो जाना।

(6)  बेहोशी।

(7)  नमाज़ में आवाज़ से हंसना।

(8)  थूक में खून का ग़ालिब आना।

(9)  इतना नशा होना कि लड़खड़ाये।
vazu ki dua,वजू के दरमियान की दुआ

वजू के कुछ अहम मसायलों का जवाब प्रश्न और उत्तर की शक्ल में पढ़ें और अपने इल्म में इजाफा करें।

Question 1. वजू़ से मुतअल्लिक कुरआने पाक में क्या इरशाद हुवा ? 
Answer :- वजू़ के मुतअल्लिक कुरआने पाक में इरशाद होता है : या अइयूहल्लजीना आमनू इजा कुमतुम इलस स्वलाती फगसिलू वुजूहकुम अइ दियककुम इलल मराफिकी वमसहू बिरिऊसिकुम वा अरजुला कुम इलल कअबइन ( पारह 6 सूरह मायदा आयत नम्बर 6 ) 
तर्जमए कन्जुल ईमान : “ ऐ ईमान वालो जब नमाज़ को खड़े होना चाहो तो अपना मुंह धोओ और कोहनियों तक हाथ और सरों का मस्ह करो और गट्टों तक पाउं धोओ । 

Question 2. हदीसे पाक में वजू़ की क्या फ़ज़ीलत आई है ? Answer:- हुजूरे अकरम स्वलल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया : “ जब आदमी वजू़ करता है तो हाथ धोने से हाथों के और चेहरा धोने से चेहरे के और सर का मस्ह करने से सर के और पांव धोने से पांव के गुनाह झड़ते हैं । (मुस्नदे इमाम ए अहमद 1/130 हदीस नम्बर415)

Question 3.  हमेशा बा वुजू रहने वाले को कौन सी सात फ़ज़ीलतें मिलती हैं ? 
Answer : - हमेशा बा वुजू रहने वाले को यह सात फ़ज़ीलतें मिलती हैं ? 
1. मलाइका उस की सोहबत में रगबत करें ।
2 . कलम उस की नेकियां लिखता रहे ।
 3 उस के आ'ज़ा तस्बीह करें ।
4 उस से तक्बीरे ऊला फ़ौत न हो ।
5 जब सोए अल्लाह तआला कुछ फ़िरिश्ते भेजे कि जिन्नो इन्स के शर से उस की हिफाज़त करें ।
6 सकराते मौत उस पर आसान हो ।
7 जब तक वुजू हो अमाने इलाही में रहे । ( फतावा रज्विया 1 / 703 ) 


Question 4: - वजू़ के कितने फ़राइज़ हैं?
Answer :- वजू़ में चार फ़र्ज़ हैं : 1. मुंह धोना 2 . कोहनियों समेत दोनों हाथों का धोना 3 . सर का मस्ह करना 4 . टख्नों समेत दोनों पाउं का धोना । ( बहारे शरीयत 2,1 /288 )

 Question 5: - किसी उज्व (हिस्सा) को धोने के क्या मतलब हैं ? 
Answer : - किसी उज्च (हिस्सा) के धोने के यह मतलब हैं कि उस उज्व (हिस्सा) के हर हिस्से पर कम से कम दो बूंद पानी बह जाए । भीग जाने या तेल की तरह पानी चुपड़ लेने या एक आध बूंद बह जाने को धोना नहीं कहेंगे न इस से वजू या गुस्ल अदा होगा । ( बहारे शरीयत 2,1 /288 )

Question 6:- क्या मिस्वाक नमाज के लिये सुन्नत है या वजू़ के लिये ? 
Answer : - मिस्वाक नमाज़ के लिये सुन्नत नहीं बल्कि वजू़ के लिये , तो जो एक वजू़ से चन्द नमानें पढ़े , उस से हर नमाज़ के लिये मिस्वाक का मुतालबा नहीं , जब तक तगय्युरे राइहा ( सांस बदबूदार ) न हो गया हो , वरना इस के दिफ्अ के लिये मुस्तकिल सुन्नत है । ( बहारे शरीयत 2,1 /295 )

Question 7:- हाथ वगैरा से खून निकलने के बा वुजूद कब वजू़ नहीं टूटता ? 
Answer :- खून निकला लेकिन बहा नहीं तो यह वजू़ को नहीं तोड़ता । ( फतावा हिन्दिया किताबुत तहान अल बाबुल अव्व्ल फिल वजू़ अल फसलुल खामिस 10/1) 

Question 8:- खून निकल कर बह गया मगर वजू़ नहीं टूटा , इस की क्या सूरत है ? 
Answer: - अगर खून बहा मगर बह कर ऐसी जगह नहीं पहुंचा जिस का वजू़ या गुस्ल में धोना फ़र्ज़ हो मसलन खून निकल कर आंख या कान में बहा मगर इन से बाहर नहीं आया तो वजू़ नहीं टूटा ।( फतावा हिन्दिया किताबुत तहान अल बाबुल अव्व्ल फिल वजू़ अल फसलुर राबेय फिल मकरूहात 11/1) 

Question 9:- इन्जिक्शन (Injection) लगाने से वजू़ टूटेगा या नहीं ?
Answer:- गोश्त में इन्जिक्शन (Injection) लगाने में सिर्फ उसी सूरत में वजू़ टूटेगा जब कि बहने की मिक्दार में खून निकले । ( नमाज़ के अहकाम सफा नम्बर 27 ) 

Question 10:- क्या नस का इन्जिक्शन (Injection) लगाने या टेस्ट (Test) के लिये खून (Blood) निकालने से वजू टूट जाएगा ? 
Answer:- नस का इन्जिक्शन (Injection) लगा कर पहले ऊपर की तरफ़ खून (Blood,) खींचते हैं जो कि बहने की मिक्दार में होता है लिहाजा वजू़ टूट जाता है यूंही सीरेंज के जरीए टेस्ट (Test) करने के लिये खून (Blood)निकालने से वजू़ टूट जाता है क्यूंकि यह बहने की मिक्दार में होता है । ( नमाज़ के अहकाम सफा नम्बर 26,27 ) 

Question 11:- क्या ग्लूकोज़ (glucose) वगैरा की ड्रिप लगवाने से वुजू टूट जाता है ? 
Answer:- ग्लूकोज़ (glucose) वगैरा की ड्रिप नस में लगवाने से वजू़ टूट जाएगा क्यूंकि बहने की मिक्दार में खून निकल कर नल्की में आ जाता है । ( नमाज़ के अहकाम सफा नम्बर 26 ) 

Question 12:- दुखती आंख से निकलने वाले आंसूओं का क्या हुक्म है ? 
Answer:- आंख की बीमारी के सबब जो आंसू बहा वो नापाक है और वजू़ भी तोड़ देगा । ( दुर्रे मुख्तार व रद्दुल मुहतार किताबुत तहारत 290/1 ) 

Wazu Ka Tarika

इस्लाम धर्म (मज़हब) मे नमाज़ ऐसी चीज है, जिसे हर मुस्लिम भाई और बहन को पढ़ना जरूरी है, और नमाज़ पढ़ने से पहले अपने शरीर को साफ करना वुजू कहलाता है और सिर्फ नमाज के लिए ही नहीं बहुत से इस्लामी कार्य करने के लिए भी वजू किया जाता है जैसे अजान देने से पहले वजू बनाया जाता है अज़ान क्या है अज़ान और इकामत का बयान ।

नमाज में तहारत यानी पाक होना शर्त है तहारत के तहत वजू करना होता है वुजू, नमाज़ पढ़ने के लिए बहुत जरूरी है, बिना वुजू की नमाज़ नहीं हो सकती। और अगर नमाज़ पढ़ने से पहले वजू नहीं किया तो नमाज नहीं होती है ।

इसलिए आज हमने वुजू करने का बिल्कुल आसान हिन्दी भाषा में और सही तरीका (Wazu ka Tarika in Hindi) लिखा जाता है, जिसे पढ़कर आप वुजू करना सीख सकते हैं इन्शा अल्लाह -

Wazu ki Niyat | वुजू की नियत-

वुजू करने के लिए सबसे पहले आपको वुजू की नियत (Wazu ki Niyat) पढ़नी जरूरी है, इस्लाम में कोई कार्य करने से पहले नियत की जाती है और वुजू की नीयत यह है-

” बिस्मिल्लाह हिल अली इल अजीम वअह्मदुलीलल्लाहि अला दिनियल इस्लाम। “

वुजू की नीयत के बाद अब हम लोग जाते हैं, वुजू करने का सही तरीका-

Wazu Karne ka Tarika in Hindi | वुजू करने का सही तरीका-

वुजू की सुन्नतें-

(1) सबसे पहले वुजू की नियत पढ़ लें,

(2) वुजू की नियत पढ़ने के बाद बिस्मिल्लाह पढ़ें,

(3) दोनों हाथों को कलाई तक धोएं,

(4) अब अच्छी तरह से कुल्ली करें,

(5) कुल्ली के बाद मिस्वाक कर लें,

(6) अब अपने नाक की हड्डी तक आराम आराम से पानी डालकर धोएं,

(7) अपने सर और कानों पर हाथ फिराते हुए धोएं,

(8) दाढ़ी को हाथ फिराते हुए धोएं।

वुजू करने से पहले  Wazu Banane ka Tarika 

यह बात ध्यान में रखें कि जितनी भी चीजें बताई गई हैं, आपको सब 3-3 बार धोना है। यह नियम है। आपको अपने ऊपरी हिस्से से शुरुवात करते हुए नीचे की ओर जाना है, यानि कि पहले मुह धोएं, फिर कोहनियाँ इसके बाद सिर और कान और आखिरी में दाढ़ी और पाव धोएं। )


वुजू करने के बाद की दुआ

” मैं यह अपने दिल से गवाही देना चाहता हूं, की खुदा के जितना बड़ा कोई भी नहीं है, और हमारे नबी हज़रत मुहम्मद स अ व. खुदा के नेक बन्दे हैं। “

Importance of Waju in Hindi | क़ुरान में वुजू-


वुजू करने का सही तरीका

नमाज़ पढ़ने से पहले वुजू करना कितना जरूरी है, यह क़ुरान में भी बताया गया है। जो हमे क़ुरान की एक सूरह से जानने को मिलता है। क़ुरान में एक सूरह है, जिसका नाम है, सूरह मईदा। जो कि कुरान का 5वां अध्याय है, और इसमें रकु की संख्या 16 है, में लिखा गया है,

कि ” जब भी आप लोग नमाज़ पढ़ने जाएं, तब अपने चेहरे को और अपने हाथों को अपनी कोहनियों तक धो ले। सिर पर पानी का हाथ फेर लें, और पैरों को अपने घुटनों तक धो लें ।”( सूरह मईदा )।
वजु में कितने फर्ज है

वजू के 4 फर्ज (Wazu Banane ka Tarika)-
wazu ki niyat

वुजू के लिए चार फर्ज बताए गए हैं, जिनमे बताया गया है, की हमे वुजू के समय शरीर के कौन से हिस्से को कहाँ तक धोना है-

(1) ऊपर माथे से नीचे ठुड्डी तक, पहले कान के लौ से दूसरे कान के लौ तक।
(2) दोनों हाथों को सही से कोहनियों तक।
(3) पानी हाथ से सर पर।
(4) दोनों पावों को घुटनों तक।

आपने जाना वुजू की नियत, वजू करने का सबसे आसान और सही तरीका (Wazu ka Tarika), और इसी के साथ जाना वजू करने के 4 फर्ज। अब जानते हैं, कुछ ऐसे कारण जिनसे हमारा वुजू टूट जाता है, या टूटने का खतरा रहता है।

वुजू करते समय ध्यान रखने योग्य बातें-
Wazu Karne ka Tarika

buju karne ki dua wazu banane ka tarika
कुछ बातों का वुजू करते समय बहुत ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपका वुजू न होने का खतरा बने रहता है। अगर आप इन बातों को ध्यान में रखते हुए सही तरीके से वुजू करेंगे, तब आपका वुजू सही से हो पाएगा, और नमाज़ पढ़़ने से खुदा की इबादत होगी।   

1. गलत जगह पर वुजू करना-

कुछ लोगों के घरों में वुजू करने के लिए साफ जगह नहीं होती, या कुछ लोग जहां मर्जी किसी भी जगह पर वुजू कर लेते हैं। खासकर यह चीज बड़े शहरों में ज्यादातर देखने को मिलती है, जिसे जहां पर जगह मिली, वह वहीं पर वुजू कर लेता है।

पर ऐसा करना क़ुरान के हिसाब से सही नहीं है, वुजू एक बहुत पाक चीज है, जिसे साफ सफाई वाली जगह पर किया जाना बेहद जरूरी है। गंदी जगहों में वुजू करने से वुजू पूरे न होने का खतरा बना रहता है। इसलिए हमेशा वुजू ऐसी जगह पर करें, जहां गन्दगी न हो, या पहले उस जगह को साफ कर लें, और फिर वुजू (Wazu Karne ka Tarika) करें।

2. वुजू के समय बहुत बाते करना-

जब भी हम नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में जते हैं, या हमारी बहनें घर पर नमाज़ पढ़ती हैं, तब नमाज़ पढ़ने के लिए वुजू करते समय हम ही में से कुछ लोग एक दूसरे से इधर उधर की बहुत सारी बातें करना शुरू कर देते हैं। जो कि बिल्कुल गलत बात है, वुजू के बाद नमाज़ पढ़ी जाती है, जिसमे हम खुदा की इबादत करते हैं,

और खुदा की इबादत करते समय हमारे मन मे दुनिया की बातें न हो कर केवल खुदा की इबादत होनी चाहिए, जिससे खुदा की रहमत हम लोगों पर बनी रहे। और वुजू करते समय इधर उधर की बातें करते समय वुजू पूरा न होने का खतरा भी बना रहता है, इसलिए जब भी वुजू करें, बिल्कुल शांत मन से करें, और इधर उधर की बातें न करें। कभी कभी तो ध्यान से हठने के वजह से अगला कौन सा स्टेप करना है या पिछला कौन सा स्टेप करना हुवा की नहीं बातों के वजह से भूल जाते हैं लिहाजा सुकून और इत्मिनान के साथ वजू करें।

3. गलत तरीके से वुजू करना (मतलब सुन्नत के खिलाफ)-

हमने वुजू का तरीका समझते हुए, ऊपर कुछ सुन्नतें बताई हैं, जिनको ध्यान में रखते हुए वुजू करना चाहिए। कई बार ऐसा हो जाता है, जब हम सुन्नत के हिसाब से वुजू करना भूल जाते हैं, सुन्नत में वुजू करने (Vaju Karne ka Tarika) के लिए किसी भी चीज को तीन तीन बार धोने के लिए बताया गया है, परन्तु बहुत सी बार हमारे दिमाग मे वुजू करने समय कुछ और ही चलने के कारण हम सुन्नत के हिसाब से वुजू करना भूल जाते हैं।

पर ऐसा करने से हमारा वजू सुन्नत के तरीके से पूरा नहीं होता, और वजू पूरा नहीं होगा, तो नमाज़ भी पूरी नही हो पाएगी। इसलिए जब भी कभी हम वुजू करते हैं, तब हमें वुजू करने के लिए जो सुन्नतें हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए वुजू करना चाहिए, जिससे हमारा वजू सफल हो, और हमारी नमाज़ पढ़ने का हमे कुछ फायदा मिल सके।

4. ज्यादा पानी इस्तेमाल करना या बर्बाद करना

पानी को बर्बाद करना क़ुरआन में बहुत गलत बताया गया है, और पानी को बर्बाद करना हमारी कायनात (प्रथ्वी) के लिए भी अच्छा नही है, क़ुरआन में कहा गया है, और लोग भी मानते हैं कि वुजू (Wazu Banane ka Tarika) के समय पानी को बर्बाद करना वुजू न करने के बराबर है, क्योंकि पानी को बर्बाद करना एक खेल के समान है, और जब हम नमाज़ पढ़ने के लिए वुजू करते हैं,

तब हमें बहुत शांत और खुदा के प्रति समर्पित होने पड़ता है, और वुजू से पहले पानी बर्बाद करना कोई भी अच्छा व्यक्ति नहीं चाहेगा। हमे वुजू करते समय हर चीज को 3-3 बार धोना पड़ता है, और इनको धोने के लिए हमे जितने भी पानी की जरूरत हो, उतना ही पानी इस्तेमाल करना चाहिए, उससे ज्यादा पानी बर्बाद करना अशराफ (जितनी जरूरत है उससे ज्यादा इस्तेमाल में लाना) है और अशराफ करना गुनाह है।

सही मात्रा में वुजू करते वक्त (Wazu ka Tarika) पानी का इस्तेमाल एक अच्छे वजू, और खुदा की दिल से इबादत की पहचान है। इसलिए वुजू के समय जितने पानी की जरूरत हो, उतना ही पानी इस्तेमाल करें।

5. दायाँ हाथ से नाक साफ करना-

बहुत से लोगों को वजू करने का सही तरीका नहीं आता, जिससे ऐसे लोग वुजू करने में कुछ लोग दाएं हाथ का इस्तेमाल नाक साफ करने के लिए करते हैं, और यह एक बहुत गलत बात है, किताबों में भी ऐसा करना बहुत गलत बताया गया है। और बताया गया है कि नाक को साफ करने के लिए हमेशा उल्टे हाथ यानि कि बाएं हाथ का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

ऐसा करने से वुजू सही तरीके से होता है। दाएं हाथ से वुजू करते समय नाक में हाथ डालकर साफ करना पूरे शरीर को गंदा कर सकता है। सुन्नत में भी बताया गया है, कि वुजू के समय नाक को उल्टे ही हाथ से साफ किया जाना चाहिए। इस बात का खास ध्याद रखे, जिससे आपका वुजू टूटे नहीं।

इन वजहों (कारणों) का आपको खास ख्याल रखना है, जिससे आपका वजू अधूरा रह सकता है, या टूट सकता है। वुजू के टूटने के मुख्य कारण यही हैं।

वुजू टूटने के 6 कारण

Wazu kin wazahon se toot jata hai
हम वुजू तो सावधानी के साथ कर लेते हैं, पर वुजू करने के बाद हम कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे हमारा वुजू टूट जाता है, और हमे वापस से वुजू (Wazu Karne ka Tarika for Ladies and Gents) करना पड़ता है, वुजू टूटने के कुछ मुख्य कारण नीचे बताए गए हैं, जिन्हें आप वुजू करने के बाद ध्यान में रखेंगे, तो आपका वुजू नही टूटेगा। और आपकी नमाज़ सफल होगी।

1. वुजू करने के बाद एक तरफा टेक लगाकर सो जाना-

वुजू करने के बाद यह खास ध्यान रखें, की वुजू के बाद एक तरफा टेक लगाकर न सोएं, ऐसा करने से आपका वुजू टूट सकता है, और आपको वुजू दोबारा करना पड़ेगा, अगर आप ऐसे ही नमाज़ पड़ेंगे, तब आपकी नमाज़ भी अधूरी मानी जाएगी।

2. वुजू करने के बाद उल्टी आना-

अगर आप बीमार हैं, या किसी भी कारण से आपको वुजू करने के बाद उल्टी आ जाती है, तो तुरंत वुजू को दोबारा करें, अगर आप ऐसा नहीं करते और नमाज़ पढ़ने चले जाते हैं, तब यह खुदा की तौहीन कहलाएगी। और नमाज़ का कोई फायदा आपको नही मिल सकेगा। इस बात का खास ध्यान रखें।

3. वुजू करने के बाद शरीर के किसी भी हिस्से से पीप या खून निकलना-

यदि आपके कहीं चोट लगी है, या कही पर मस्सा बना हुआ है, और आपके वुजू करने के बाद उसमें से खून या पिप निकल रहाहै, तब आपस खून को या पिप को अच्छी तरह साफ करें, और फिर से वुजू करें। नहीं तो आपकी नमाज़ पूरी नहीं मानी जाएगी, और खुदा की तौहीन मानी जाएगी।

4. वुजू करने के बाद बाथरूम जाना-

इस बात का सभी को ध्यान रखना चाहिए कि वुजू करने से पहले बाथरूम होकर आना चाहिए, वुजू के बाद बाथरूम (गुसल) जाने से वुजू टूट जाता है, और आपको वुजू दोबारा से करना पड़ता है। कभी भी वुजू करने से पहले गुसल जाएं।

5. किसी भी कारण से बेहोश हो जाना-

अगर आपने वुजू कर लिया है, और आपको किसी प्रकार का चक्कर आ जाए, और आप बेहोश हो जाएं, तो ऐसे हालात में वुजू नही माना जाता है, ऐसे हालत में पहले कहीं बैठकर आराम कर लें, अगर आप समय पर ठीक हो जाते हैं, तब दोबारा वुजू करके नमाज़ पढ़ें।

6. वुजू करने के बाद नमाज़ के दौरान किसी भी कारण से जोर जोर से हँसना या मुस्कुराना-

यह वुजू टूटने का सबसे बड़ा कारण है, लोग जब वुजू करने के बाद नमाज़ पढ़ने जाते हैं, तब किसी भी कारणवश उनको या तो हसी आ जाती है, या वे मुस्कुरा जाते हैं, ऐसा करना नमाज़ और खुदा दोनों का अपमान है।

इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें, जब भी आप वुजू करके नमाज़ पढ़ने आएं, आपका मन और दिमाग शांत हो। और आप हँसे नहीं। इससे आपका वुजू (Wazu Karne ka Tarika) और नमाज़ दोनों ही सफल होंगे, और खुदा का हाथ आपपर सदा बना रहेगा।

इन बातों का आपको ध्यान में रखना बहुत जरूरी है, क्योकि वुजू करने के बाद आपका मन और शरीर दोनों साफ हो जाते हैं, और अगर आप ऊपर दिए गए कारणों में से कुछ भी गलती से या जानबूझकर करते हैं, तो आपका वुजू टूटने का खतरा बना रहेगा, या टूट जाएगा।

आज हमने जाना वजू कैसे किया जाता है (Wazu ka Tarika in Hindi), वजू की दुआ (Wazu ki Niyat) क्या हैं, और हमारा वजू किन कारणों से टूट सकता है, जब भी आप वजू करने जाएं, इन बातों का खास ख्याल रखे। जिससे आपका वुजू पूरा हो, और टूटे नहीं। अगर आप ऊपर बताई बातों का ख्याल रखेंगे, तब आपका वुजू सही तरीके से होगा, और आपको नमाज़ पढ़ने का फायदा मिल सकेगा।

 Wazu ka Sahi Tarika in Hindi


औरतों का वजु का तरीका | औरत का वजू बनाने का तरीका,aurat ka wazu karne ka tarika


wazu banane ki dua

aurat ka wazu ka tarika,aurat ka wazu banane ka tarika

Aurat ka wazu ka tarika ya aurat ka wazu banane ke tarika same mardon ki tarah hi hai lekin wazu me aurat lady's ye khayal rakhen ki nakhoon palis angoothon me ungliyon me na laga ho
Nakhun palis lage lage wazu nahi hota hai keyon ki paani ke katra boond asal hisshe me nahi pahunch paata hai jis se wazu nahi hoga wazu ke liye shart yah hai ki jism ke har hisse par paani bahana jo hissa wazu karne me shamil hai sab par paani bahana zaroori hai

WAZU KA TARIQA AASAN LAFZON ME

Waju ya wazu islam me bahut a zeyada ahemiyat rakhta hai keyonki wazu karke hi insaan namaz Quran hajj nikah extra extra kaam kiya jaata hai lihaja simple language me hum log Wazu ka Tariqa sikhenge :

1.) Ya Allah niyat karta hu mai wazu
ki paki hasel karne k liye.

2.) Bismillahil Azeme WAl
hamdulilahil Ala Denil islam.

3.) Darood Sharif padhe sallallahu
tala Ala Mohammad.

4.) phir kalma ye sa-hadat padhe.
5.) 3 Martaba hat ghatto (joint) tak
dhole.

6.) Agar Miswak karna chahe toa ab
karle.

7.) Miswak dhote waqt “Darood
sharif” aur ya Kadiru padhe.

8.) Miswak karne k bad.

9.) 3 martaba Kulle kare.(Take
waterfrom your right hand).

10.) Ab Apni Nak dhole.

Waju me naak (nose) dhone kaTarika-

Pani sidhe hat se le aur halke
se use nak se sung le i.e Nak se
pani
ko halka sa kech le. Ab apne left
hand se nak shinak le aur use hatke
chote ungle se nak ka mal nikal le.

11.) Ab apna Muh dhole 3 Martaba
dhole.

wazu me muh dhone ka Tarika yeh hai -

phele right side dhole phir
left
side dhole aur phir sidhe baju dhole
Ye ek martaba dhona kahalaya
jayega.
Ab dusre martaba chere dhole.
Aur finally akri tisri martaba dhole.

12.) Ab right side ka hat 3 martaba
dhole.
phir left side ka hat 3 martaba
dhole.

Iska Tarika yeh hai-

Apne ungale se laykar kone
kthoda uper tak dhole(Jab bhi Ap
dhona chalu kare Darood sharif aur
Ya kadir padhe).

13.) Ab Masa kare

Sar ya sir ka Masa karne ka Tarika yeh hai-

 Phele ape Right hatele mai
pani le aur apne hatele dhole.
Phir sha-hadat Aur pani Angute ko
chod kar last ki 3 ungali milakar
masa
kare.
Ab apko wapis ana hai par isbar last
ki 3 ungali istamal nahi karne hai
sirfhatele k zariye se ruturn hona
hai
yaad rahe koye bhi ungale return
hote waqt apke sarpar touch naho.
Ab sha-hadat k ungale se kan k
andar
ka masa kare aur angute se kan k
peche ka masa kare.
Ab ungale yose gardan ka masa
karesirf ek martaba. istarah apka
masa ho jayega.

14.) Phir apne paw dhole.

Tarika-Apne ungale se start kare aur
pair k kone tak dhole.
Ab Ape Left hat k chote ungale se
right pair ka khilal kare.
Ab left side ka kare.(Pav Takna
Samet
Dhoye)

15. ) Ab kalma ye sa-hadat padhe
pani nazre ko asman k aur dekh kar.

16.Ab Apne Gunaho ki mafe mage.

Wuzu Ke baad Ki Dua

Allahummaj ‘alni minat-tawwabina
waj’alni minal-mutatahhirin.

अल्ला हुम्मज अलनी मिनत तव्वाबीना वजअलनी मिनल मुतह्हरीन ।

ﺍﻟﻠَّﻬُﻢَّ ﺍﺟْﻌَﻠْﻨِﻲ ﻣِﻦَ ﺍﻟﺘَّﻮَّﺍﺑِﻴﻦَ ﻭَﺍﺟْﻌَﻠْﻨِﻴ ﻤِﻦ َ
 ﺍﻟْﻤُﺘَﻄَﻬِّﺮِﻱﻥَ


Wuzu me Mubalga kare (Jaha tak
bataya hai usse zyada dhoye)

Kya Ap Nhi Chahte Ke Apke Muslim
Dost Bhai Behen Wuzu Ka Sahi
TariqaJane ?

Abhi Share Aur Tagg Kare Take Apke
Dost Jab bhi Sahi Tariqa Se Wuzu
Karo To Unhe Aur Apko Dono Ko
Khoob Sawab Mile InshaAllah..

Read english language wadhu wazu waju etc.

Read the answers to some important questions of Wuzu in the form of questions and answers and increase your knowledge.


 Question 1. What has happened in the Holy Qur'an from Wuzu?

 Answer: - According to Wuzu, in the Qur'an Pak it is suggested: Ya Aiyuhaljina Aamnu Iza Kumtum Ilas Swalati Phagsilu Wuzuhkum Ai Diyakkum Illal Marafiki Wamashu Biriusikum Wa Arjula Kum Illal Kabin (Parah 6 verse 6 Surah Mayada)

 In the form of Kanjul Iman: "O you who believe, when you want to stand up for prayer, wash your face and rub your hands and head till the elbows and feet till the groin.


 Question 2. What is the use of Wudu in Pak Hadith? Answer:- Huzoor Akram sallallaahu 'alaihi wasallam said: "When a man performs wudoo, then by washing his hands, by washing his hands, and by washing his face, by rubbing his head, by washing his head and feet, the sins of his feet are removed. (Musnade Imam e Ahmed 1/130 Hadith No.415)


 Question 3. What are the seven benefits given to a person who has always lived in Suwal Ba Wuzu?

 Answer: - One who always stays in Ba Wudu gets these seven benefits?

 1. Make Malaika proud of him.

 2 . The pen kept writing his good deeds.

 3 Do Tasbeeh for him.

 4 Do not die from him.

 5 While sleeping, Allah may send some angels to protect him from the body of Jinno.

 6 Let death be easy on him.

 7 As long as there is wudu, stay in Amane Ilahi. ( Fatawa Razwiya 1 / 703 )



 Question 4:- How many fariz are there of wuzu?

 Answer: - There are four duties in Wuzu: 1. Washing the mouth 2. Washing of both hands including elbows 3. To please the Sir 4. Washing of both the feet including the ankles. (Bahar Shariah 2,1/288)


 Question 5: - What is the meaning of washing a Ujv (Part)?

 Answer: - Washing a Ujha (Part) means that at least two drops of water should flow on every part of that Ujha (Part). To get wet or to spit water like oil or to wash off a half drop will not be said to wash, nor will it pay wuzu or ghusl. (Bahar Shariah 2,1/288)


 Question 6:- Is Miswak a Sunnah for Namaz or Wudu?

 Answer:- Miswak is not a Sunnah for prayer but for Wudu, then one who recites a few prayers from one Wudu, it is not necessary to perform Miswak for each prayer, unless the Tagayyur Raiha (breath becomes foul), otherwise its There is definitely Sunnah for Difa. (Bahere Shariah 2,1/295)


 Question 7:- When does the wudu not break even after bleeding from the hand etc.?

 Answer:- Blood comes out but does not shed otherwise it does not break the wudu. ( Fatawa hindiya kitabut tahan al babul awwal fil wazoo al fasul khamis 10/1)


 Question 8:- The blood flowed out but the wadoo did not break, what is the condition of it?

 Answer:- If the blood shed but did not reach a place where it is obligatory to wash it in Wudoo or Ghusl, for example, if blood comes out in the eyes or ears but does not come out, then the Wudu is not broken. Phil Wazoo Al Faslur Rabey Phil Makruhat 11/1)


 Question 9:- Will the wud break or not by applying injection?

 Answer:- In injecting the meat, the wudu will be broken only if blood comes out due to flow. (Akhkam Safa Number 27 of Namaz)


 Question 10:- Will injection of vein or removal of blood for test break the vaju?

 Answer:- By injecting the vein first draw the blood upwards which is supposed to flow, so the wrist gets broken just like the blood to test through the syringe. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . By removing it, the wudu breaks because it is prone to flow. (Akhkam Safa No. 26,27 of Namaz)


 Question 11:- Does the drip of glucose etc. break the wudu?

 Answer:- Drip of glucose etc. in the vein will break the wudu because the blood comes out in the tube due to flow. (Akhkam Safa No. 26 of Namaz)


 Question 12:- What is the ruling of the tears coming out of the sore eye?

 Answer:- The tears that are shed due to eye disease are impure and will also break the wudu. ( Durre Mukhtar and Radul Muhtar Kitabut Taharat 290/1 )

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