Infomgm मे आपका स्वागत है
दोस्तों मेरा नाम मौलाना गुलाम जीलानी रज़्वी अल मारुफ मौलाना गुलाम मुस्तफा जीलानी है।
मै आप लोगों के दुआओं से
- आलिम, AALIm,
- निजा़मत, NIZAMAT
- इमामत, IMAMAT
- मुदर्रिस, MUDARRIS
- मुबल्लिग, MUBALLIG
- मुसन्निफ,MUSANNIF
- खिताबत, KHITABAT
- आमिल,AAMIL
- ब्लॉगर, BLOGGER
- यूट्यूब, YOUTUBER
- सर्च इन्जन आप्टमाइजेशन SEARCH ENGINE OPTIMIZATION
के कामों को सर अन्जाम देता हूँ
मै अहले सुन्नत वा जमात हन्फी कादरी बरकाती नूरी रज़्वी हूँ। |
मै मध्य प्रदेश भारत से हूँ
मै नागपुर महराष्टरा से पढाई की है
और पढाई के दौरान ही शर्फे बैअत सिलसिला आलिया का़दरिया रज्विया मे पीरे तरीकत रहबरे राहे शरीअत आले नबी औलादे अली हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ्ती सय्यद गयासे मिल्लत तिर्मिजी़ कालपी शरीफ से मुरीद होने का शर्फ हासिल हुवा ।
पढाई पूरा होने के बाद
मै छत्तीसगढ़ मे दुर्ग, भिलाई , रायपुर, बैकुन्ठपुर,मनेन्दगढ में पढाया हूँ मध्य प्रदेश में अनुपपूर जिले मे 11साल पढाया हूँ !
मेरा पढ़ाने का एक्सपीरियेन्स 15 सालों का है पढ़ाने के मामले में मै दर्से निजा़मी का मुदर्रिस था मतलब मै दारुल उलूम मे जो बच्चे मौलाना का कोर्स करते हैं उनको पढ़ाता था!
बाद में मै इमामत के फील्ड में आया और अपना बेस्ट दिया क्यों की मेरे उस्ताजों का कहना था बेटा ऐसे जगह दीन फैलाओ जहाँ लोगों को जानकारी ना हो !
शहरों मे सैंकड़ों उल्मा रहते हैं फैसेलिटी ज़्यादा होने के एतबार से लेकिन जंगलों बयाबानों मे आज भी उल्मा की कमी है क्योंकि उन जगहों मे फैसेलिटी कम होती है !
मैने अपने उस्ताजों की बातों को अपने सामने रख कर देखा तो उनके फरमूदात पर अमल किया और सुनसान इलाकों को अपना मर्कज बनाया ताकी दीन की रहनुमाई कर सकूँ !
मैं ऐसे इलाके मे गया कि मेरा उस जगह पर दूसरा दिन था मेरा फोन बजा जिसमें रिन्गटोन कोई नात था याद नहीं है क्या था लेकिन अच्छे से याद है कि नात रिन्गटोन मे सेट था जब मै फोन पर बातचीत खत्म किया तो सामने वाला शख्स कहता है !
हजरत वो गाना दोबारा सुनाओ बडा अच्छा गाना है मैने कहा नादान ये गाना नहीं है इसे नात शरीफ कहते हैं तब मालूम हुवा की हकीकत में यहाँ दीन की जानकारी ही नहीं है !
मैने अहद किया जितना हो सकेगा मै अल्लाह कि रिजा़ के लिए हर मुम्किन कोशिश करूँगा की दीन की जानकारी हर शबो रोज दूँगा वहाँ की मस्जिद एक आम घर की तरह थी !
बाद मे मेहनत करके मीनार बनावाने पर हद दर्जा जोर देने पर लोगों ने दिल खोल कर मीनार की तामीर कराई इसके बाद जरुरत थी मकतब की फिर मेहनत किया मकतब तैय्यार हुयी फिर ईदगाह पहले मस्जिद में ही ईद बकरीद कि नमाज़ अदा की जाती थी !
अब ईदगाह मे हो रही है ईद मीलादुन नबी पर जुलूस निकालने एहतमाम करने का उस जगह पर मुझ को ही शर्फ मिला तब से लेकर अभी तक लोग जुलूसे मोहम्मदिया निकालते हैं !
और ईदे गौसिया (ग्यारहीं शरीफ) का भी आगाज मुझ नाचीज ने शुरू करवाया जो कि आज तक कायमो दायम है !
फिर इम्तिहान की घड़ी भी आयी जो राहे रास्त पर होता है ज़माना हर मुम्किन कोशिश करता है बदनाम करने कि लेकिन कहते हैं जिसे अल्लाह बढाये उसे कौन घटाये !
अल्लाह ने तोहमत से बचाया और जिन जिन ने तोहमत बांधी सब परेशानी मे मुब्तला हुये और अल्लाह कि ये आयत सच साबित हुयी !
[अल्लाह ही के जानिब से इज्ज़त और जिल्लत है]
और आप दोस्तों के बताते हुये बडी खुशी हो रही है कि 29 मोहर्रमुल हराम 1442 हिजरी के दिन मुझ हकीर को इज्ज़त का ताज पैहनाया गया।
मतलब सिलसिला आलिया का़दरिया, बारकातिया, नूरिया, रज्विया से खिरकये खिलाफत वा इजाज़त हासिल हुयी।
Khilafat o ijazat ka manzar video
किसी शख्स ने मशवरा दिया हजरत आप इतनी बेहतरीन जानकारी इस्लाम का देते हैं और किताब भी प्रोवाइड कराते हैं लेकिन हम हिन्दी पढने वालों को दिक्कत होती है ।
बेहतर होता कि अगर आप हिन्दी मे लिख कर दे दिया करें जिसे हम आसानी से पढ सकते हैं
उसी से ये आइडिया आया कि एक लोग को क्यो ना बलागर के जरिये पूरे भारत और दुनिया वालों को इस्लाम की जानकारी हिन्दी मे दूँ ।
Language infomgm
हम अपने ब्लाग में हिन्दी, English, اردو भाषा में पोस्ट करते हैं ।
इसी मकसद से लोगों की इस्लाह और जानकारी और सवाब की नियत से हिन्दी में ब्लाग बनाने का अस्ल मक़सद है ताकि लोगों की इस्लाह हो सके और मेरे जरिये किसी के इल्म मे इजाफा हो जाए यही मेरे लिए कामयाबी होगी ।
My purpose to visit the blog
अस्ल में ब्लागर पर आने का मकसद सिर्फ इतना है कि आज का समय इन्टरनेट का समय है जिसको जितनी जानकारी लेनी होती है किताबों से ज्यादा इन्टरनेट पर सर्च करके ले ली जाती है ।
और कुछ लोग उल्मा को जलील और रुस्वा करने के गरज से कुछ मसले मसायल पढ कर उल्मा से सवाल करते हैं और जब जवाब तसल्ली बख्श जवाब नहीं मिलता है
तब बतलाते हैं कि इसका असल मतलब ये है तुम तो कुछ जानते ही नहीं हो ।
ये इस्लामी मसला मसायल हाफिजों से की जाती है जब कि हाफिज हजरात कुरआन शरीफ को याद कर लेते हैं लेकिन उनको मसायले शरीयह की जानकारी नहीं होती है और वो लोग रुस्वा होते हैं ।
लेकिन अगर कोई आलिमे दीन से मसला पूँछा जाये तो फौरन उसे तसल्ली बख्श जवाब इनायत हो जाता है
लेकिन बाज जगहों पर देखा गया है कि आलिमे दीन को एक आम इन्सान मसला बताते हुये मिल जाता है और बाद में कहता फिरता है कि मै बडे - बडे आलिमों को मसला समझा देता हूँ ।
इसमें हकीकत में दो (2) बातें होती है ।
(1) पहली यह कि जो भी हकीकी तौर पर आलिमे दीन होता है वह उनसे उलझता ही नहीं है क्यों कि वह बाखूबी जानता है कि जो जिस का इल्म ही नहीं रखता है और वह फिर भी बहस बाजी करता है तो बगैर इल्म के आखिर मे थक हार कर गाली गलौच पर उतर आयेगा इस बिना पर वह उल्मा उसकी बातों को चुपचाप सुनता है लेकिन कुछ नहीं बोलता।
(2) दूसरी बात यह है कि हकीकी आलिमों को आप बडे - बडे शहरों में ही देख पायेंगें क्यों कि उनका नज्राना बहुत ज्यादा होता है और छोटे जगहों के लोग उन्हें हायर नहीं कर पाते और उनसे लोग अदब के दायरे में रहकर ही मसला मसायल पूँछते हैं और वो बडी तसल्ली बख्श जवाब इनायत फरमातें हैं और उनसे अगर कोई मसला बताने को गलत साबित करने की कोशिश करता है तो वो हकीकत में अपनी इल्मी शान जा़हिर फरमाते नजर आते हैं ।
अपील :-
इसलिए मै भी आप सभी को एक अपील करता हूँ जब भी कोई मसला मसायल की जानकारी लेनी हो तो आलिमे दीन से राब्ता कायम करें ।
हाफिजों से हरगिज नहीं जो जिस शान के लिए हो उसी से उसके तरफ रुजू करें ।
हाफिजों से कुरआन ए मुकद्दस की तिलावत सुनें और आलिमों से मसायल पूँछें।
और रही बात इन्टरनेट सर्च की तो उसमें जो ब्लागर लिख देतें हैं लोग उसी को हकीकत मान लेते हैं और उल्मा को भी दरकिनार कर देते हैं और जवाबन कहते हैं हम उनसे ज्यादा जानकारी इन्टरनेट पर ले लेगें उनकी जरूरत नहीं है ।
लेकिन मेरे भाई उल्मा जो आलिम होता है 9 -10 साल घर को छोड कर तहसीले इल्म हासिल करने के लिए अपने घरों को खैरा बाद कर देतें हैं हमारा इल्म उनके कदमों के धूल के बराबर भी नहीं है
क्योंकि हमारे और आपके आका हजरत मोहम्मद मुस्तफा स्वललल्लाहो अलैही वसल्लम एक हदीस में फरमाते हैं ( अल उल्माउ व-र-सतुल अम्बिया) उल्मा नबी के वारिस हैं !
और रही बात इन्टरनेट की जो ब्लागर होते हैं वो भी किसी से सुन कर लिख देते हैं और लोग उसको हकीकत मान बैठते हैं आप पढें लेकिन उसके साथ - साथ हवाला रेफरेन्स जरूर देखें और जिनके पोस्टों मे रेफरेन्स ना हो उसे हरगिज कुबूल ना करें ।
अल्हम्दु लिल्लाह हम अपने पोस्टों मे हवालाजात के साथ नमाज, रोजा, हज्ज, जकात, वजू, मय्यत, गुस्ल, तयम्मुम,दुआ,जमाली अमल,जलाली अमलियात,औरादो वजाइफ, बुजुर्गों की जिन्दगी पर मुश्तमिल पोस्ट करते रहतें हैं ।
हमने देखा है बहुत सारे लोग एक मसले को एक्सप्लोर तक नहीं कर पातें क्योंकि उनको उतना ही मालूम होता है लेकिन हमारी पहली कोशिश यही होती हैं कि बारीक पहलुओं पर भी रोशनी डालते हैं ।
और आप लोगों का प्यार और सपोर्ट से आज भी जानकारी फराहम करने की कोशिश करते हैं ।
आज हमारे ब्लाग पर भारत के हर राज्य से और दुनियां के ज़्यादातर देशों से लोग विजिट करतें हैं ।
उल्मा की गल्ती
और इसमें उल्मा की गल्ती भी बहुत जगह देखने को मिलती है मकसद ये होना चाहिए कि जितना आसान शब्दों मे बातों को रख सके उतना ही अच्छा होता है ।
आवाम के लिए मै उन उल्मा के तरफ मुतावज्जेह हूँ जो अपनी शैखी बघारने को ही उल्मा समझतें हैं ऐसे लोगों के वजह से उल्मा की शान कम होती है ।
मैं एक मध्य प्रदेश के जगह जनाजा़ मे शामिल हुवा इत्तेफाक से सारे लोग सरकारी कर्मचारि तबके से ताल्लुक़ रखते थे अब वहाँ के इमाम साहब ने बडी शान के साथ अर्बी मे जनाजा़ की नियत बतला रहे थे ।
यहाँ तक के लोगों ने भी कह दिया हजरत जनाजा़ कि नियत हिन्दी में बतायें तो समझ में आयेगा ।
अब उनको समझने की जरूरत थी की आवाम को जितना सहल समझा सकें उतना बेहतर ।
मसलों का हल आलिम के पास होता है
अब एक हाफिज साहब से मसला पूँछा गया की जनाब बकरीद में मै अपने नाम से एक बार कुर्बानी करा लिया हूँ और अब हर साल अपने एक एक बच्चों के नाम से कुर्बानी करा रहाँ हूँ क्या ये जायज है उस हाफिज ने फौरन जवाब में हाँ कह दिया ।
जब बात मुझे मालूम हुयी तो मसला बताया कि जो साहिबे निसाब है उसके ऊपर कुर्बानी वाजिब है ।
अपने नाम से अगर ना किया तो गुनहगार होगा अगर अपने बच्चे के नाम से कुर्बानी कराता है तो कुर्बानी हो जायेगी बच्चे को उसका अज्र मिलेगा।
लेकिन साहिबे निसाब होने के बावजूद अपने नाम से कुर्बानी नहीं कराने के सबब गुनहगार होगा क्योंकि कुर्बानी साहिबे निसाब पर वाजिब थी।
अब जब हाफिज साहब को बात पता चली तो आग बगूला हो गये कि मेरी बात गलत कैसे हो सकती है मैने जवाबन कहा यहाँ हमारी तुम्हारी बात नहीं है ये निजामे मुस्तफा है जो शरीयत के कानून से चलता है
अब बात आगे बढी सुनने में आया आलिम साहब से मुनाजरा करने आयेगा मै इस्तकबाल के लिए तैयार था लेकिन वो अल्लाह का बन्दा आज तक हाजिर नहीं हुवा ।
बाद में उल्मा तक जब यह बात पहुँची तो उस हाफिज साहब की क्लास लग गयी कि किस बिना पर और किस किताब के हवाले से ये बात कही वह लाजवाब हो गया और तौबा की के आगे से जब भी कोई मसायल की जानकारी लेगा मै आलिमे दीन से पूँछ कर बताउँगा।
बस इसी मकसद से ब्लाग पर हाजिर हुवा हूँ की किसी के इल्म मे इजाफा का सबब बन सकूँ।
इस्लाम प्रश्न और उत्तर infomgm ब्लागर
इस्लाम के बारे में ज्ञान का विश्वकोष
संदेश :-
इस्लाम प्रश्न और उत्तर ब्लागर एक विद्वानिक, शैक्षणिक और इस्लामी निमंत्रण संबंधी साइट है,
जिसका उद्देश्य पर्याप्त रूप से विद्वानिक उत्तर और परामर्श प्रस्तुत करना है।
इन उत्तरों का पर्यवेक्षण हज़रत अल्लामा मौलाना गुलाम जीलानी कादरी बरकाती नूरी रज़्वी धनपुरी शहडोल मध्यप्रदेश वा तमाम infomgm की टीम के उल्मा वा मुफ्तियाने दीन अहम रोल अदा करते हैं।
इस infomgm ब्लागर पर शरीयत के या मनोवैज्ञानिक और सामाजिक मामलों में सभी प्रश्नकर्ताओं; मुसलमानों या उनके आलावा के प्रश्नों का स्वागत किया जाता है।
INFOMGM TEAM MEMBERS NAME SPACIAL HIGHLIGHTS
(1) पीरे तरीकत रहबरे शरीयत हजरत अल्लामा मौलाना अली हसन का़दरी बरकाती नूरी रज़्वी खतीबो इमाम जामा मस्जिद ए आला हज़रत
(2) हजरत हाफिज कमाल जीलानी अशरफी खतीबो इमाम जामा मस्जिद उचेहरा
(3) हजरत अल्लामा मौलाना शब्बीर हसन रज़्वी साहब
(4) हजरत अल्लामा मौलाना अहमद अशरफ खैरहवी खतीबो इमाम बसना छत्तीसगढ़
(5) हजरत हाफिज फैजुल्लाह साहब मड़सा नाजिमे आला दारुल उलूम जामिया इस्मलामिया मड़सा जैतपुर शहडोल
(6) हजरत अल्लामा मौलाना अली साहब खतीबो इमाम मस्जिद ए उमर बकहो ओ. पी. एम .
(7) हजरत अल्लामा मौलाना अली अहमद निजामी धनपुरी इलाहाबाद
(8) हजरत अल्लामा मौलाना वसीम रजा रज्वी केरल
(9) हजरत अल्लामा मौलाना तौसीफ रजा अजहरी जामेअ अजहर युनिवर्सिटी मिस्र
(10) हजरत अल्लामा मौलाना गुलाम अशरफ अशरफी साहब बिलासपुर छत्तीसगढ़
(11) मोहतरम मोहम्मद इर्शाद चिश्ती साहब मध्य प्रदेश
(12) मोहतरम मोहम्मद मुस्ताक साहब बिलासपुर छत्तीसगढ़
(13) हजरत अल्लामा मुफ्ती अजीजुल करीम साहब कटक उडीसा
(14) हजरत हाफिज मेराज अजहरी बकहो मध्य प्रदेश
(15) पीरे तरीकत हजरत अल्लामा मौलाना आरिफ अशरफी सिंगपुर मध्यप्रदेश
(16) हज़रत हाफिज मोहम्मद सलमान साहब खतीबो इमाम जामा मस्जिद अनुपपुर
(17) हज़रत मुफ्ती क़लीम अशरफ अशरफी रायपुर छत्तीसगढ़
(18) पीरे तरीकत रहबरे शरीयत सूफी इब्राहीम रज़ा नूरी रज़्वी खैरहा
(19) हज़रत हाफिज हारून साहब कंचनपुर
(20) शैखुल हदीस हज़रत मुफ्ती नाजि़र अशरफ नागपुर महाराष्ट्र बानी वा नाजि़मे आला दारुल उलूम आला हज़रत
(21) हज़रत मौलाना शमशुल्ला साहब नागपुर महाराष्ट्र
(22) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद तुराब नक्शबंदी राजस्थान
(23) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद इरफान बरकाती उत्तर प्रदेश
(24) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद हलीम बिहार
(25) हज़रत मुफ्ती शेरे दकन कर्नाटक
(26) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड
(27) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद सईद साहब जम्मू-कश्मीर
(28) हज़रत मौलाना मोहम्मद नोअमान साहब रायपुर छत्तीसगढ़
(29) हज़रत मुफ्ती मोहम्मद इरफान बरकाती गोवा
(30) हज़रत का़री सलीम बरकाती साहब भोपाल मध्य प्रदेश (कोरबा) छत्तीसगढ़
(31) हज़रत मौलाना शहबाज़ साहब मैइहर
(32) हज़रत मौलाना का़री मोअज्जम साहब बिलासपुर छत्तीसगढ़
(33) हज़रत मौलाना रफीक साहब जिला- पन्ना
(34) हज़रत हाफिज का़री जफर रज़्वी साहब खतीबो इमाम मस्जिद उचैहरा
(35) हज़रत हाफिज का़री जियाउस शम्श अशरफी साहब मुदर्रिस दारुल उलूम मुजाहिदे मिल्लत धनपुरी
(36) हज़रत हाफिज शहरुख हसन मोअज्जन मदीना जामा मस्जिद पेनड्रा छत्तीसगढ़
(37) हज़रत मौलाना सय्यद तेग़ अली जौहरी साहब रायपुर छत्तीसगढ़
(38) हज़रत हाफिज चांद का़दरी साहब राजनन्द गांव छत्तीसगढ़
(39) हज़रत मौलाना आसिफ साहब (खैरहा) जबलपुर मध्यप्रदेश
(40) हज़रत मौलाना जाफर साहब खैरहा
(41) शायरे इस्लाम जनाब हासिर साहब मध्यप्रदेश
वा जुम्ला उल्माए अहले सुन्नत
सबसे ज्यादा विजिटर हमारे ब्लॉग पर इन राज्यों से आते हैं भारत में आप सब का तहे दिल से शुक्रिया पढ़ने के लिए। और हमे नम्बर वन बनाने के लिए
- उत्तर प्रदेश
- महाराष्ट्र
- कर्नाटक
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- राजस्थान
- उडीसा
- तमिलनाडु
- झारखंड
- केरल
- पश्चिम बंगाल
- बिहार
- गुजरात
- गोवा
- आन्ध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- जम्मू और कश्मीर
- पंजाब
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- हरियाणा
- हिमाचल प्रदेश
- मणिपुर
- मेघालय
- मिजोरम
- नागालैंड
- सिक्किम
- त्रिपुरा
- उत्तराखंड
- दिल्ली
infomgm ब्लागर का उद्देश्य :
1- इस्लाम का प्रसार और उसकी ओर आमंत्रण।
2 – शरई (धार्मिक) ज्ञान का प्रचार-प्रसार और मुसलमानों से अज्ञानता का उन्मूलन।
3 - शरई उत्तर और परामर्श प्रस्तुत करके लोगों की आवश्यकता को पूरा करना।
4- इस्लाम के बारे में संशय करने वालों के संदेहों का उत्तर देना।
5 - विद्वानिक, शैक्षणिक और सामाजिक इत्यादि परामर्श प्रदान करके लोगों का जीवन के मुद्दों में मार्गदर्शन करना।
Infomgm ब्लागर का दृष्टिकोण:
यह infomgm ब्लागर अहले-सुन्नत वल-जमात के सिद्धांत के प्रचार-प्रसार और पुनीत पूर्वजों के अनुसरण पर स्थापित है।
तथा यह प्रयासरत है कि प्रश्नों के उत्तर पवित्र क़ुरआन और सही सुन्नत के प्रमाण पर आधारित हों,
और चारों मतों (विचारों) के विद्वानों; इमाम अबू हनीफा, इमाम मालिक, इमाम शाफेई, इमाम अहमद बिन हंबल और अन्य पिछले और बाद में आने वाले विद्वानों के शब्दों, न्यायशास्त्रीय परिषदों (फिक़्ह अकादमियों) के निर्णयों तथा विभिन्न इस्लामी विषयों में शोध करनेवाले विद्यार्थियों से लिया गया हो।
इस infomgm ब्लागर पर अशिष्ट व कठोर प्रतिक्रिया, अपशब्द और व्यर्थ तर्कवितर्क के बेकार व लाभहीन मुद्दों में शामिल होने से बचा जाता है।
ऐ अल्लाह, हम तुझसे इस मामले में स्थिरता, सुपथ पर दृढ़ संकल्प और जिस चीज़ से तू प्यार करता और प्रसन्न होता है उसकी तौफ़ीक़ मांगते हैं।
OUR CERTIFICATE
Canva Udemy |
Adobe Photoshop CC
Adobe Photoshop CC infomgm |
Humans right commission
Certificate of Commitment appreciates your contribution towards the fight against COVID-19.
Certificate of Commitment appreciates
Certificate of Commitment appreciates your contribution towards the fight against COVID-19.
Electronic and information ministery certificate
Central awareness ministery certificate
Safar nama prime minister of India government certificate infomgm admin
Safar nama prime minister of India government of Madhya Pradesh |
Gandhi jayanti certificate Madhya Pradesh government certificate English language certificate
OUR following links 🔗 contact Donation Page Link available infomgm
Subscribe infomgm channel |
यूट्यूब से जुडने के लिए किलिक करें YOU TUBE
मुझसे जानकारी देने या लेने के लिए सम्पर्क फार्म पर अपनी बाते लिख कर सबमिट करें या किलिक करे CONTACT US
अब हमारे ब्लॉग को को आप इस लिंक के मदद से एप्प की शक्ल में मौजूद है डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
infomgm Application Download Link 🔗 available
About Us
Infomgm is a Professional Blogging Platform. Here we will provide you only interesting content, which you will like very much.
We're dedicated to providing you the best of Blogging , with a focus on dependability and Yearly update . Our About-us page
We're working to turn our passion for Blogging into a booming online website. We hope you enjoy our Blogging as much as we enjoy offering them to you.
13 टिप्पणियाँ
Mashaallah
जवाब देंहटाएंSHUKRIYA
हटाएंMasha allah
जवाब देंहटाएंSHUKRIYA janab
हटाएंCongratulation sir
जवाब देंहटाएंWow nice hazrat
जवाब देंहटाएंNice infomgm
जवाब देंहटाएंNice sir
जवाब देंहटाएंAsslamualaikum
जवाब देंहटाएंShukriya
जवाब देंहटाएंMasha Allah hazrat bahut achha kaam kar rahe ho
जवाब देंहटाएंSir mai aap ka intro padha mai aap ka fan ho gaya hun mujhe apna contact number den
जवाब देंहटाएंMashallah subhanallah
जवाब देंहटाएंआपके फीडबैक का हमे इन्तजार रहता है आप सब लोग अपना फीडबैक कमेन्ट के जरिए दें या Contact form या contact us में दे सकते हैं। infomgm