ईद कौन से दिन पड़ेगी?
ईद कब है - 2022 - ( EID KAB HA- 2022 ) , Eid Kab Hai 2022 me Eid kab hai 2022 2022 में रमजान कब है बकरा ईद कब है 2021 2023 में रमजान कब है 2023 में ईद
अल्लाह की नेअमतों और बरकतों से भरपूर इस्लाम के मुबारक (पवित्र) महीने रमजान के 29 या 30 रोजा रखने के बाद ईद ( Eid ) आती है !
इस बार 02 या 03 ( सोमवार , मंगलवार ) को देशभर में ईद उल फितर ( eid - al - fitr ) का त्योहार मनाया जाएगा
ईद का त्योहार खुशियों का त्योहार है जिसे रमजान के पूरे होने की खुशी में मनाया जाता है .
इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक , ईद का त्योहार 1 शव्वाल महीने के पहले दिन मनाया जाता है !
ईद कब है - 2022 - ( EID KAB HA- 2022 ) , Eid Kab Hai 2022 me |
ईद ( जिसे मीठी ईद ) के नाम से भी पुकारा जाता है
ईद कब और क्यों मनाई जाती है ?
ईद इस लिए मनाई जाती है जब मुस्लिम जाति के लोग 29 या 30 रोजा रखते हैं इस खुशी में अल्लाह ने सब मुस्लिमों को खुशी का इजहार करने के लिए ईद का दिन मुकर्रर किया है !
29 या 30 रोजा रखने के बाद ईद मनाई जाती है !
ईद में मुस्लिम जाति के लोग सेवइयां खाकर ईदगाह ईद की नमाज अदा करने जाते हैं !
ईद की नमाज अदा करने के बाद लोग एक दूसरे से गला मिलते हैं !
ईद के दिन मुस्लिम लोग नए कपड़े पहनते हैं !
ईद मुस्लिमों का सब से महत्वपूर्ण त्यौहार है !
ईद का चांद आखिरी रोजे की रात निकलता है सभी मुस्लिम लोग ईद का चांद देखकर दुआ मांगते हैं इसके बाद फिर एक - दूसरे को मुबारकबाद देते हैं !
ईद का मतलब यह नहीं है कि सारे लोग नए कपड़े ले ऐसा नहीं है जिसके पास जितनी हैसियत उसी के हिसाब से नए कप ड़े खरीदते हैं !
जिसके पास हैसियत नहीं है वह पुराने कपड़े को ही धो कर अच्छे से पहनते हैं !
ईद इसके लिए वाजिब है जो रमजान के महीने का सारा रोजा रखकर नमाज अदा करते हैं !
सच्चे मन से और जो सारे काम अल्लाह के बताए हुए रास्ते पर करते हैं जैसे फितरा ज कात वगैरह निकालते हैं !
जकात सभी के लिए नहीं है ईद की नमाज भी फजर की नमाज अदा करने के बाद ही पढ़ें और पढ़ना भी चाहिए
इसलिए रमजान में बिना किसी परेशानी के रोजा नमाज़ ना छोड़ें इससे अल्लाह ताला नाराज हो जाते हैं औ र उसे ईद भी बनाने का हक नहीं है !
इसलिए मुस्लिमों को ईद आने से पहले के सारे काम सही तरीके से करना चाहिए !
ईद मुस्लिमों का सारे त्योहारों में से सबसे अच्छा त्यौहार है और महत्वपूर्ण है !
इस तरह ईद का त्योहार मुस्लिम लोग मनाते हैं !
ईद कब है - 2022 - ( EID KAB HA- 2022 ) , Eid Kab Hai 2022 me |
ईद - उल - फित्र का महत्व ( eid ul - fitr ka Importance ) हदीस के अनुसार ईद उल फित्र अल्लाह की दी हुई पेश कश या भेंट हैं ।
रमज़ान के पूरे महीने रोज़े रख मुस्लिम मन और तन से पवित्र हो जाते हैं और अल्लाह को लगातार याद कर एक आध्यात्मिक संबंध का अनुभव करते हैं ।
ईद उल फित्र इस अनुभव को और भी यादगार ब नाने का काम करता है ।
ईद - उल - फितर कैसे मनाई जाती है ईद - उल - फित्र के दिन सुबह की नमाज़ का खास महत्व होता है ।
लोग पारंपरिक कपड़े पहनकर मस्जिद या ईद गाह में नमाज़ पढ़ने जाते हैं ।
आमतौर पर इस वक्त मस्जिदों में इतनी भीड़ होती है कि लोगों को खुले मैदान में भी नमाज़ अदा करनी पड़ती है ।
इस पर्व से जुड़ी कुछ अ न्य रोचक जानकारियां निम्न हैं :
- नमाज के बाद लोग एक - दूसरे से गले मिलकर ईद मुबारक ( eid mubarak ) कहते हैं । इस परंपरा के कारण ईद - उल - फित्र भाईचारे का भी प्रतीक बन चुका है ।
- सभी मुसलमानों को ईद उल फित्र के मौके पर फ़ितरा यानी ज़कात अदा करना आवश्यक माना गया है ।
- इस दिन घरों में मीठी सेवई और तरह - तरह के पक वान बनाए जाते हैं और इन्हें दोस्तों , परिजनों और सगे संबंधियों में बांटा जाता हैं ।
- इस दिन बड़े अपने छोटों को ईदी के तौर पर कोई तोह फ़ा या कुछ रकम भी अदा करते हैं ।
दो ईद क्यों मनाई जाती है ?
इस्लाम धर्म में दो ईद मनाई जाती है . पहली मीठी ईद जिसे रमजान महीने की आखिरी रात के बाद मनाया जाता है
दूसरी ईद , रमजान महीने के 70 दिन बाद होती है जिसे बकरीद कहते हैं . बकरा ईद ( Bakra Eid ) को कुरबानी की ईद माना जाता है .
पहली मीठी ईद जिसे ईद उल - फितर कहा जाता है और दूसरी बकरी ईद को ईद उ ल - जुहा ( Eid al - Adha ) कहा जाता है
1 टिप्पणियाँ
Nice post 👍
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