kisi ko jaan se marne ki dua

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  • Kisi Ko Jaan Se Marne Ka Wazifa
  • किसी को जान से मारने का वजीफा
  • Dushman Ko Marne Ka Wazifa
  • दुश्मन को मारने का वजीफा


Kisi Ko Jaan Se Marne Ka Wazifa, Dua, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez - किसी को जान से मारने का वजीफा 

इस्लाम मे किसी को मारना एक बहुत बड़ा गुनाह और अपराध है किन्तु यदि कोई ऐसा कारण हो जिसके कारण आप की जान को उससे खतरा हो तो इसके लिए हम आपको दुश्मन को मारने का वजीफा बता रहे हैं।

 इसके अलावा हम आपको सास को मारने का वजीफा और सौतन को मारने की दुआ भी बतायेगे।

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Kisi Ko Jaan Se Marne Ka Wazifa

कई बार आदमी के जीवन में वैसे मोड़़ आते हैं जब आदमी किसी से काफी हद तक परेशान और तंग हो जाता है। 

ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं कि उसे तंग करने वाले शख्स को बेहद खतरनाक समझ बैठता है और फिर उसे जान से मारना ही बेहतर समझता है।


मगर उसकी हत्या का पाप या कानूनी इल्जाम अपने सिर नहीं लेना चाहता। इस स्थिति में कुरआन-ए-पाक में कुछ आयतें दी गई हैं, जिनके वजीफे से किसी पर दूर रहकर भी जानलेवा वार किया जा सकता है।


Kisi Ko Jaan Se Marne Ka Wazifa, Dua, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez - किसी को जान से मारने का वजीफा 


यानी कि बगैर किसी खून-खराबे के इस्लाम में किसी भी दुश्मन को खत्म करने कुरआनी उपाय बताए गए हैं। इसके सही अल्फाजों में ज़लिम से जा़लिम नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति की खत्म करने की ताकत होती है। इसे कुछ हिदायतों के साथ अपनाया जा सकता है।


इस वजीफे को बगैर सोचे-विचारे जोश में नहीं किया जाना चाहिए। जब तक उसके खिलाफ कदम उठाने के लिए कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल जाए।

इसे 3, 7, 11, 21 या 41 दिनों तक रोजाना कब्रिस्तान से मिट्टी और मरी हुई मछली के साथ किया जाता है। प्रयोग में लाने से पहले अल्लाह ताला से इस्तखारा के जरिए इजाज़त लेनी और माफी मांगनी चाहिए।

इसकी अमूमन शुरूआत रात के दस (10) बजे मुंह में काली या लाला मिर्च लेकर की जाती है, लेकिन इससे पहले किसी आमिल के मशवरे का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए।

सूरह फील को पहले 117 बार  पढ़ें। 

इस वक्त बिस्मिल्लाह और दुरूदे नहीं पढ़ना है।

अंत में मरी मछली और मिट्टी पर दम करें और उस व्यक्ति का ध्यान करें, जिसके खिलाफ वजीफा पढ़ा गया है।

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Dushman Ko Marne Ka Wazifa, Dua, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez - दुश्मन को मारने का वजीफा 

किसी भी दुश्मन को दूर रहते हुए मारने का वजीफा उसकी क्षमता को पहचानते हुए इस्तेमाल करना चाहिए।


कुरानी वजीफे से दुश्मन पर कई तरह से हमले किए जाते हैं और इसे रोजाना एक निश्चित समय पर पढ़ा जाता है। यह कहें कि अपने विरोधियों को अपनी जिंदगी से हमेशा के लिए बाहर निकालने के लिए पढ़ा़ जाने वाला वजीफा है।


Dushman Ko Marne Ka Wazifa

अल्लाह उमा मंजिल किताबी मुजरियास शबी सारी अल हिसाबी हजिमल अजाबी इहज्मि-मुर्मर।


कुरआन-ए-पाक में दिया गया यह वजीफा बहुत बेशकीमती है। इसे साधारण समझने की भूल नहीं करना चाहिए और काफी समझदारी के साथ प्रयोग में लाना चाहिए।

 इस वजीफे को ऊपर बताए गए तरीके के अनुसार रोजाना सात दिनों तक पढ़़ना चाहिए।

दुश्मन के बेहद ताकतवर होने की स्थिति में 11 दिनों के अंदर 10,000 बार पढ़ा जाता है।

अंत में दुश्मन की साथ रखी तस्वीर पर लाल स्याही पोत देना चाहिए। यह एक तरह से प्रतिकात्मक प्रहार सबित होगा।

वक्त के अनुसार इसे रोजाना आधी रात को 111 बजे पूरी शिद्दत के साथ पढ़ा जाना चाहिए।


Saas Ko Marne Ka Wazifa, Dua, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez - सास को मारने का वजीफा 

कई बार किसी विवाहिता के लिए सास का जुल्म इंतहा बन जाती है। फिर औरत का मन में सास के प्रति घृणा इस कदर बढ़़ जाती है कि वह जहर बन जाता है। वह काफी दुखी हो जाती है और उनसे हमेशा के लिए छुटकारा पाने की कोशिश में रहती है।


एक दिन जब सास उसके जीवन को नष्ट करने पर आमादा हो जाता है तब उसके मन में इच्छा होती है कि क्यों न वही उसपर कोई ऐसा तिलस्म करे कि अल्लाह ताला की मर्जी से वह हमेशा के उससे दूर हो जाए।


इसके लिए उसे किसी जानकार मौलवी से सलाह लेनी चाहिए। उसे चाहिए कि वह उनके द्वारा बताए गए कोई काला जादू अपनाायें या फिर दुश्मन को खत्म करने का वजीफा नियमित पढ़े़ं।


Saas Ko Marne Ka Wazifa

सास के अपनी जिंदगी से हटाने का वजीफा इस प्रकार बताया गया है-

वा तम्मत कालिमत रब्बीका सिद्कनववा अदल, ला बुबद्दीन ली कालिमाथि। वा हुवास समउल अलीम।


इस आयत को रात में सात बाद पढ़़ कर रोटी पर फूंक मारना चाहिए। उसके बाद उसे अपनी सास को किसी भी तरह से खिलाने की कोशिश करनी चाहिए।

इस वजीफे को किसी भी दिन शुरूकर लगातार सात दिनों तक किया जाना चाहिए। ध्यान रखना चाहिए औरत इस दौरान माहवारी के दौर से नहीं गुजर रही हो।

दूसरी महत्वपूर्ण हिदायत यह कि इस वजीफे का प्रयोग तभी करनी चाहिए जब सास की नापाक करतूतें आपके जीवन पर बन आए। साथ ही उनके खिलाफ वजीफे के इस्तेमाल से पहले अल्लाह से माफीनामा भी मांग लेना चाहिए।

सास से छुटकारा पाने के लिए ताजा वजू कर रोजाना असर की नमाज़ पढ़़ कर 786 बार या सब्बुर पढ़़ने का तरीका भी अपनाया जा सकता है।

सभी तरह के टोटके या वजीफा पढ़़ने का काम रात को 11 बाज तब किया जाना चाहिए यदि सास सोने चली जाए। दूसरे रहने वाली ऐसी सास को उसकी तस्वीर पर दम करने के बाद काली स्याही पोत देनी चाहिए।


Sautan Ko Marne Ki Dua, Wazifa, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez - सौतन को मारने की दुआ 

खुशहाल विवाहित जीवन में दूसरी औरत के आ जाने के बाद खलल पड़ जाती है। इस तरह से किसी भी औरत के जीवन में आई सौतन की वजह से उसका जीवन जीना हराम हो जाता है।


ऐसी सौतन से जब कई बार बहुत नुकसान होने लगता है, तब वह काफी परेशान हो जाती है और किसी भी सूरत में उससे छुटकारा पाना चाहती है। कोई काला जादू करने की सलाह देता है, तो उसे कत्ल करने को ही कह देता है।


जबकि मौलाना उसे कुरानी वजीफे की मदद से मार डालने की सलाह देते हैं। बताए गए वजीफे को नीचे दिए गए तरीके से पढ़ना चाहिए।


Sautan Ko Marne Ki Dua

सौतन से परेशाना औरत इसकी शुरूआत माहवारी के खत्म होने पर सबसे पहले फजर की नमाज़ पढ़ें। फिर ताज़ा वजू़ बनाकर दरूद शरीफ को 11 बार पढ़ें।

एक बार सुरह मुजाम्मिल पढ़ें।

उसके बाद चारो कुल या अयात-अल-कुरसी को हर दिन 11 बार पढ़ें।

यह सब पढ़ने के बाद पानी पर दम कर लें और जिस पर वजीफ का असर अमल में करना हो उसे इस पानी को पिलाने की कोशिश करेें। ऐसा संभव नहीं होने पर खुद उस पानी को पीकर उसके निवास की दिशा में कुल्ला करें।

अंत में एक बार फिर सेे दरूद शरीफ पढें और अल्लाह ताला से इस वजीफा को अमल करने के लिए इस्तखारा के जरिए इजाज़त लें और अपने व शौहर के लिए दुआ मांगें।

इस वजीफे को कुल 11 दिनों तक लगातार सुबह 11 बजे से पहले करना चाहिए।

Aap jante hai islam shanti ka dharm hai or islam mai kisi ko marna jayaz nahi hai, 

parantu yadi aap ke paas aise karan ho jisse aapko kisi se khud ki jaan ka khatra ho to aap aisa kar sakte hai. 

isliye aaj hum aapko Kisi Ko Jaan Se Marne Ka Wazifa, Dua, Amal, Totke, Upay, Tarika, Istikhara, Taweez or 

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