Namaz in hindi namaz ka tarika lady's gent's

Namaz in hindi namaz ka tarika namaz time namaz ki rakatनमाज पढने का आसान तरीका,namaz padhne ka tarika
namaz padhne ka aasan tarika
नमाज की दुआ,नमाज का तरीका,सुन्नी नमाज की तरीका, नमाज पढने का आसान तरीका नमाज पढने,नमाज पढने की दुआ,नमाज पढने के बाद दुआ

सुन्नी नमाज़ पढ़ने का सही तरीका sunni namaz padhne ka sahi tarika नमाज पढ़ने का सही तरीका सुन्नी
Namaz in hindi namaz ka tarika,नमाज पढने का आसान तरीका

सुन्नी नमाज़ पढ़ने का सही तरीका सुन्नी औरतों के नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है

सुन्नी औरतों के नमाज पढ़ने का सही तरीका बताइए
सुन्नी औरतों के नमाज पढ़ने का सही तरीका वीडियो

sunni namaz padhne ka sahi tarika

नमाज पढ़ने का सही तरीका सुन्नी
namaj padhne ke tarike

नमाज पढ़ने का आसान तरीका ? Namaz in hindi

नमाज पढ़ने का तरीका यह है कि बा वजू किब्ला की तरफ मुंह करके इस तरह खड़ा हो कि दोनों पाँव में चार अंगुल का फासला हो और नमाज़ की नियत करें 
और हाथ कान तक ले जाएं 
बाकी उंगलियां अपने हाल पर रहे ना बिल्कुल मिली और ना बिल्कुल फैली और हथेलियां किब्ला की तरफ हो और निगाह सज्दे की जगह पर हो और जिस वक्त जो नमाज पढ़नी हो दिल में उसका पक्का इरादा करके अल्लाहू अकबर कहता हुआ हाथ नीचे लाकर नाफ के नीचे बाँध लें 
इस तरह की दाहिनी हथेली की गुद्दी में कलाई के सिरे पर हो और बीच की तीनों उंगलियां बाई कलाई के पीठ पर और अंगूठा छोटी उंगली की कलाई के अगल-बगल हो और फिर सना पढ़ें सुब्हानका अल्लाहुम्मा व तबारा कसमुका व ताला जद्दुका व ला इलाहा गैइरुका फिर  सूरह फातिहा पढें 
फिर आहिस्ता से आमीन कहे 
इसके बाद कोई बडी सूरह पढें या ऐसी एक आयत पढ़े जो तीन छोटी आयतों के बराबर हो फिर रुकूअ करें अल्लाह हू अकबर कहता हुआ रुकूं में जाएं 
और घुटनों को हाथ से पकड़े इस तरह की हथेलियां घुटनों पर हों और उंगलियां खूब फैली हो 
और पेट भी हो सर पेट के बराबर हो  और नजर पांव के तरफ  हो 
और कम से कम तीन बार सुब्हाना रब्बियल अजी़म कहें फिर समीअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हये सीधा खड़ा हो जाए 
और जो मुनफरीद यानी अकेला हो तो उसके बाद अल्लाहुम्मा रब्बना वलकल हम्द कहें फिर अल्लाह हू अकबर कहता हुआ सजदे में जाएं 
इस तरह की पहले घुटना पहले जमीन पर रखें फिर हाथ फिर दोनों हाथों के बीच सर रखें इस तौर पर कि पहले नाक फिर माथा फिर नाक की हड्डी जमीन पर जम जाए और नजर नाक की तरफ रहें और बाजू को करवटों से और पेट को रानों से और रानों को पिंडलियों से जुदा रखें और दोनों पांव की सब उंगलियों को किब्ला की तरफ रखें इस तरह की अंगुलियों का सारा पेट ज़मीन पर जमा रहे हर पांव की कम से कम तीन उंगलियों का पेट जमीन पर लगना वाजिब है और हथेलिया बिछी हो और उंगलियां किब्ला की तरफ हो और कम से कम तीन बार सुब्हाना रब्बियल अअला कहें फिर सज्दे से सर उठाएं इस तरह की पहले मांथा फिर नाक फिर मुंह फिर हांथ अब दाहिना कदम खड़ा करके उसकी उंगलियां किबला रुख करें और बाँया कदम बिछाकर उस पर खुद सीधा बैठ जाएं और हथेलियां बिछाकर रानों पर घुटनों के पास रखें कि दोनों रुक हूं और उंगलियां का सिरा घुटनों के पास हो फिर जरा सा ठहर कर अल्लाह हू अकबर कहता हुआ दूसरा सज्दह करें ऐसा भी पहले की तरह करें फिर सर उठाएं और हाथ को घुटने पर रखकर पंजों के बल खड़ा हो जाए उसके वक्त बिना हाथ जमीन पर ना टिके यह रकात पूरी हो गई अब फिर सिर्फ बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़कर अल्हम्दु सूरह पहले की तरह पढें और दूसरी सूरह मिला कर पढें फिर रुकू और सजदा करें फिर जब दूसरे सजदा से सिर उठाए तो दाहिना कदम खड़ा करके बैठ जाएं फिर तशह्हुद पढ़ें !

तशह्हुद Tashahud

अत्तहियातू लिल्लाही वसलावातू वत्तय्यबातू अस्सलामू अलाइका अयूहन्नाबीयू व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू अस्सलामु अलैइना वा अला इबादिल लाहिस स्वालिहीन   अशहदू अल्ला इलाहा इल्लल्लाहु वा अशहदुअन्ना मोहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू!


जब कलमा ला के करीब पहुंचे तो दाहिने हाथ के बीच की उंगली और अंगूठे का हल्का बनाएं छोटी उंगली और उसके पास वाली को हाथ से मिला दें और 
ला पर कलमें की उंगली उठाए मगर इधर उधर ना ही दाएं बायें और इलाहा पर गिरा दें और सब उंगलियां और सीधी करें 
अब अगर दो से ज्यादा रकाते पढ़नी है तो उठ खड़ा हूं और उसी तरह पढें मगर फर्ज की नमाजों में अल्हम्दु के साथ सूरह मिलाना जरूरी नहीं अब पिछला कायदा जिसके बाद नमाज खत्म करेगा उसमें तशह्हुद के बाद दरूद शरीफ पढें 

दरूदे इब्राहीमी

अल्लाहुम्मा स्वल्ले अला मोहम्मदिन वा आला आली मोहम्मदिन कमा स्वल लइता अला इब्राहीमा वा आला आली इब्राहिमा  इन्नका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अला मोहम्मदिन वा अला अली मोहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहिमा वा अला आली इब्राहिमा इन्नका हमीदुम मजीद !

फिर यह दुआ पढ़े ?

अल्ला हुम्मग फिरली वली वालीदइय्या  वलिमन तवालदा वलजमीइल मोमिनीना वल मोमिनात वल मुस्लिमीना वल मुस्लिमातिल अहयाई मिनहुम वल अमवात इन्नका मुजीबुद्वावात बिरहमतिका या अरहमर राहीमीन !
अगर यह ना बने तो यह दुआ पढ़े 

अल्लाहुम्मा रब्बाना आतिना फिद्दुनिया हंसनतँव वा फिल आखिरती हसनतँव वकिना अजाबन नार !

 और फिर दाहिनी साने की तरफ मुंह करके अस्सलामु अलैइकुम व रहमतुल्लाह कहीं और इसी तरह बाई तरफ अब नमाज खत्म हो गई !
 इसके बाद दुआ पढें इसके बाद इमाम दाएं बाएं या मुक्ति के तरफ मुंह करके दुआ करें

नमाज पढने के बाद दुआ

अल्लाहुम्मा अनतस्सलाम व मिनकस्सलाम वा अलैइका यरजिउस्सलाम  और जो दुआयें याद हो अपने रब के हुजूर माँगें !

फिर  खड़े हो जाएं सारी नमाजो का यही तरीका है इसी तरीके पर आप नमाज पढ़ने की कोशिश शुरू कर दें और अगर ना समझ में आए तो इस पोस्ट को बार बार पढ़ें इंशाल्लाह जल्द ही समझ में आ जाएगा !

namaz time 

Namaz in hindi namaz ka tarika,नमाज पढने का आसान तरीका
Namaz in hindi namaz ka tarika,नमाज पढने का आसान तरीका

Next post 

अज़ान हिंदी में azan in hindi fraize namaz in Hindi फराइजे नमाज़ wajibat e namaz In hindi वाजिबाते नमाज़ mufsidat e namaz in Hindi मुफ्सिदाते नमाज

पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और दूसरों की रहनुमाई करें हमारे पोस्ट को दूसरों तक पहुंचाने में शामिल हों और एक बेहतरीन जानकारी देने में हिस्सा लें अगर आप सभी दोस्तों कों हमारी जानकारी अच्छी लगी हो तो हमारी माली मदद कर सकते हैं जिससे हम और भी अच्छे तरीके से अपने मित्रों के साथ अपनी पोस्ट साझा करने में खुशी होगी
अगर आप हमारे पोस्ट को पढतें हैं और अगर पढने के बाद समझ में नहीं आये तो कमेन्ट करें हम जरुर उसका जवाब देगें मदद करने के लिए इस लिंक पर जायें Donations https://jilanidhanpuri.blogspot.com/p/donations.html?m=1


 namaz padhne ka tarika


Next post 

namaj padhne ke tarike

Next post 

Next post 


सुन्नी नमाज़ पढ़ने का सही तरीका
sunni namaz padhne ka sahi tarika
नमाज पढ़ने का सही तरीका सुन्नी
नमाज पढ़ने का आसान तरीका ? Namaz in hindi

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ