azan ka jawab अज़ान हिंदी में azan in hindi fraize namaz in Hindi फराइजे नमाज़ wajibat e namaz In hindi वाजिबाते नमाज़ mufsidat e namaz in Hindi मुफ्सिदाते नमाज

azan ka jawab अज़ान हिंदी में,azan in hindi
fraize namaz in Hindi फराइजे नमाज़
wajibat e namaz In hindi
वाजिबाते नमाज़,mufsidat e namaz in Hindi
मुफ्सिदाते  नमाज

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अज़ान हिंदी में azan in hindi
अजान वा अकामत का बयान 


फर्ज नमाज से पहले अजा़न देना सुन्नते मुअक्किदा है और शेआरे इस्लाम में दाखिल है जो शख्स अजान दे उसे चाहिए कि ऊंची जगह क़िबला की तरफ मुंह करके खड़ा हो अपने दोनों उंगलियों को कानों के दोनों सुराखों में डाल कर बुलंद आवाज से अजा़न कहे अजा़न के बाद जमात से पहले अकामत यानी तकबीर कही जाती है अकामत बिल्कुल आजा़न की तरह है सिर्फ चंद बातों का फर्क है
(1) अकामत में हय्या अलस सलात और हय्या  अलल फलाह के बाद कद कामतीस सलात कहें !
(2) अका़मत अजा़न के मुका़बले में जरा पस्त आवाज़ से कहें !
(3) अका़मत कहते वक्त कानों के सुराखों में उंगलियां डालने की ज़रूरत नहीं !

              अजा़न के कलिमात

अल्लाह हू अकबर अल्लाह हू अकबर
अल्लाह हू अकबर अल्लाह हू अकबर !

अशहदु अल्ला इलाहा इलल्लाह
अशहदु अल्ला इलाहा इलल्लाह !

अशहदु अन्ना मोहम्मद उर रसूल अल्लाह
अशहदु अन्ना मोहम्मद उर रसूल अल्लाह !

हय्या अलस सलात हय्या अलस सलात !

हय्या अल फलाह हय्या अल फलाह !

 अल्लाहू अकबर अल्लाहु अकबर !

 ला इलाहा इल्लल्लाह!

फज्र की अजा़न मे दो मर्तबा अस्सलातू खैरूम मिनन नउम कहें !

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fraize namaz in Hindi
फराइजे नमाज़


नमाज में 14 फर्ज हैं जिनमें से चंद ऐसे हैं जिनका नामाज में होना जरूरी है और उनको शराइते नमाज भी कहा जाता है
और चंद बातें फराइज हैं जो दाखिले नमाज हैं सब की जानकारी ये है

(1) बदन का पाक होना !
(2) कपड़ों का पाक होना  !
(3) सतरे औरत यानी मर्दों को नाफ से घुटने तक और औरतों को चेहरे और हथेलियों और कदमों के अलावा तमाम बदन का ढकना फर्ज है !
(4) नमाज की जगह का पाक होना !
(5) नमाज का वक्त होना !
(6) किबला की तरफ रुख होना !
(7) नमाज़ की नियत करना !
(8) तकबीरे तहरीमा !
(9) कयाम यानी खड़ा होना !
(10)किराअत यानी एक बड़ी आयत या तीन छोटी आयतें एक छोटी सूरह पढना !
(11) रुकूअ करना !
(12) सज्दा करना !
(13) का़अ़दा आखीरा करना!
(14)अपने इरादे से नमाज खत्म करना !
 अगर इनमें से कोई चीज भी जान कर या भूल कर रह जाए तो सजदा ए सह् व करने से भी नमाज ना होगी बल्कि दुबारा पढ़ना जरूरी होगा ?

wajibat e namaz In hindi


वाजिबाते नमाज़


चंद बातें नमाज में वाजिब है !

(1) अलहम्द यानी सूरह फातिहा पढ़ना और उसके साथ कोई सूरह मिलाना !
(2)फज्र की पहली दो रकातों में किरात करना !
(3) अल्हम्दु को सूरत से पहले पढ़ना !
(4) रुकू करना यानी सीधा खड़ा होना !
(5) दोनों सज्दों के दरमियान बैठना !
(6) पहला काअदह करना !
(7) तशह्हुद पढना यानी अत्तहियात पढ़ना !
(8) लफ्जे अस्सलामु अलैइकुम वा रहमतुल्लाह से नमाज़ खत्म करना !
(9) जुहर व असर में किरात आहिस्ता आहिस्ता पढ़ना !(10) इमाम के लिए मग़रिब व इशा की पहली दो रका़तों और फज्र वा जुमा वा ईदैन(ईद -बकरीद)  वा तरावीह  की सब रकातों में बुलंद आवाज के साथ किराअत पढना !
(11) वित्र में दुआ ए कुनूत का पढना !
(12)ईदैन(ईद -बकरीद) में छः (6) तकबीरें ज़्यादा कहना !

वाजिबात में से अगर कोई वाजिब भूलकर छूट जाए तो सजदा ए सह् व करना वाजिब होगा !
अगर क़सदन किसी वाजिब को छोड़ दिया तो दुबारा नमाज़ पढ़ना वाजिब है सजद ए सहू  से भी काम ना बनेगा ?


mufsidat e namaz in Hindi


मुफ्सिदाते  नमाज


इन चीजों के करने से नमाज फासिद हो जाती है !

(1) बात करना थोड़ी हो या बहुत कस्दन हो या भूल कर !(2) जबान से सलाम करना या सलाम का जवाब देना !
(3) छींकने वाले के जवाब में यरहमु कल्लाह कहना !
(4) रंज की खबर सुनकर इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिऊन पढना पूरा या थोडा  या अच्छी खबर सुनकर अल हमदुलिल्ला कहना या अजीब चीजें सुनकर सुभानल्लाह कहना !
(5) दुख़ तकलीफ की वजह से आह या उफ करना !
(6) अपने इमाम के सिवा किसी दूसरे को लुकमा देना !
(7) कु़रान शरीफ देखकर पढ़ना !
(8) अल्हम्दु शरीफ या सूरत में ऐसी गलती करना जिससे नमाज फाशिद हो जाती है जिसकी तफशीलात बड़ी किताबों में लिखी गई है ऐसा काम करना जिसे देखने वाला गुमान करे कि यह शख्स नमाज नहीं पढ़ रहा है मसलन दोनों हाथों से काम करना !
(9) कस्दन या भूलकर खाना-पीना !
(10)  सीना किब्ला से फिर जाना !
(11) दर्द या मुसीबत की वजह से इस तरह रोने की आवाज में हुरूफ निकल जाएं !
(12) नमाज में हंसना !
(13) इमाम से आगे बढ़ जाना!

 यह चन्द बातें लिख दिए गए हैं बडी किताबों में भी लिखे हैं मसलन कानून ए शरिअत ,बहारे शरिअत सुन्नी बहिस्ती जे़वर ,जन्नती जेवर, फतावा रज्विया वगैरह ?



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